राजनीतिक हलकों में लगातार मोदी सरकार को तानाशाह सरकार की उपाद्धि से नवाज़ा जा रहा है। ये खास उपाद्धि भाजपा को यूँ ही नहीं मिली है बल्कि इसके लिए इस सत्ताधारी पार्टी ने निरंतर काम किया है।
जिस भाजपा और मोदी जी ने 2014 में विकास के नाम पर देश से वोट मांगा था उस ने सरकार बनने के बाद विकास को पाताल लोक में पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। विकास के कंधे पर सवार हो कर सत्ता हासिल करने वाली भाजपा अब अपने तुरप के इक्के हिन्दू मुसलमान के मुद्दे पर ही हर चुनाव लड़ती है।
जो देश कल तक अपने रोजगार और विकास के लिए सरकार से सवाल पूछता था वो आज अंध भक्ति में लीन हो चुका है। हर साल 2 करोड़ रोजगार का वादा कर के युवाओं को अपनी तरफ आकर्षित करने वाली भाजपा आज युवाओं को रोजगार के नाम पर केवल पेपर लीक और लाठी डंडे का उपहार दे रही है।
युवाओं को सरकारी नौकरी देने के नाम पर पकौड़ा तलने को भी रोजगार की श्रेणी में शामिल करने का महान कार्य केवल भाजपा गैंग ही करती है। युवाओं के हक़ में कभी राहुल गांधी जैसा बड़ा विपक्षी नेता भी आवाज उठाता है तो पूरा आईटी सेल और अंध भक्त मंडली राहुल गांधी को ही पप्पू साबित करने में जुट जाते है।
आदर्श समाज का दावा करने वाली भाजपा सरकार से जब युवा लखनऊ में रोजगार की मांग के लिए प्रदर्शन करते हैं तो भाजपा सरकार उन पर लठ्ठ बजाते हुए पकड़ पकड़ कर पकौड़े वाला रोजगार देने का कार्य करती है।
तानाशाही कोई अचानक से पैदा होने वाली चिड़िया का नाम नहीं है। जब अपने ही देश का युवा अपने बुनियादी अधिकार रोजगार के लिए आवाज उठाये तो उसको सत्ता के नशे में चूर हो चुकी भाजपा सरकार इतना मारती है कि वो बेचारा अपने वजूद पर भी अफ़सोस करने लगता है।
जिसको कल तक युवा अपना हितैषी समझता था वही उसका दुश्मन निकला और जिसको उसने व्हाट्सअप यूनिवर्सिटी के ज्ञान के चक्कर में पप्पू समझा वो उसके दर्द का साथी निकला। बस यहीं से कहानी पलट चुकी है। जो अहंकार में चूर हो चुके हैं उनको युवाओं ने अपने जख्मों के बदले रिटर्न गिफ्ट देने का मन बना लिया है।
धन्यवाद
मोगैम्बो खुश हुआ…………!!!