
प्रधानमंत्री मोदी अपने भाषण में बोलते है कि अगर वक़्फ़ प्रॉपर्टी का सही इस्तेमाल किया होता तो मुसलमान समुदाय के लोग पंचर का काम नहीं कर रहे होते!
मगर पीएम मोदी ये बताना भूल जाते है कि भाजपा के 11 साल के शासनकाल में वो देश को इतनी तरक्की पर ले जाते है कि हिन्दू समुदाय के रमेश और शर्मा को भी पंचर शॉप खोलने की जरूरत आ गयी है।
मोदी जी क्यों नहीं बताते कि आखिर जब भारत उनके शासनकाल में विश्वगुरु बन गया है तो 80 करोड़ जनता को मुफ्त राशन देने के साथ हिन्दू युवाओं को माँ भगवती टायर और श्री दुर्गा मल्लेश्वरी पंचर शॉप खोलनी पड़ी है।
अगर मोदी के राज में भारत का डंका दुनिया में बज रहा है तो फिर उसी भाजपा के विधायक युवाओं को पंचर दुकान खोलने की नसीहत क्यों कर रहे है।
एक प्रधानमंत्री का एक समुदाय, मुसलमानों के प्रति ऐसी भाषा का इस्तेमाल करना, उस पद की गरिमा को धूमिल करने का प्रयास है।