जब महमूद प्राचा और भानू प्रताप सिंह की वकालत की दुकान ठप्प है तो ये EVM के नाम पर विपक्षी वोटों को बर्बाद करने पर तुले हुए है।
अपने फ़र्ज़ी EVM आंदोलन में शामिल न होने के लिए मुसलमानों को इल्जाम देने वाली इस जुगलबंदी के सारे भूतकाल के कारनामे दुनिया जानती है।
अपनी दुकान चलाने के लिए हर किसी को केवल मुसलमानों का ही कंधा दरकरार होता है ताकि लाठी डंडा खाये मुसलमान युवा और नेता जी की कुर्सी पर मज़ा मारे इनके जैसे लंपट। एक दम ही मूर्ख समझ रखा है मुस्लिम जनता को इन सबने।