एक तरफ मोदी सरकार नारा लगाती है “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” का मगर हकीकत में बात करें तो पता चलेगा कि देश की जनता तो ये बोलती है कि “अपनी बेटी को भाजपा नेताओं से बचाओ”.
एक से बढ़ कर एक मिसालें मिल जायेगी जिसमें भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टी के नेताओं ने बहन बेटियों की इज्जत को तार तार करने में कोई कसर बाकि नहीं छोड़ी है।
हालिया समय में कर्नाटक समेत देश की राजनीति में तब भूचाल आ गया है। देश के पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते और JDS नेता प्रज्वल रेवन्ना के कथित सेक्स स्कैंडल के लगातार कई विडियो सामने आए हैं।
पुलिस में दी गई शिकायत में पीड़िताओं के बयान हैं, जो प्रज्वल की हैवानियत बयां कर रहे हैं। कुछ लोग प्रज्वल की इस हरकत को लेकर उन्हें मानसिक बीमार बता रहे हैं तो कुछ सेक्स अडेक्टिव बता रहे हैं।
महिला आयोग ने इस घटना को दुनिया का सबसे बड़ा सेक्स स्कैंडल करार दिया है। बताया जा रहा है कि अधिकांश वीडियो में महिलाएं प्रज्वल (Prajwal Revanna) से उन्हें छोड़ने की गुहार लगा रही हैं। वह गिड़गिड़ा रही हैं लेकिन वह उनके साथ जबरदस्ती कर रहा है। इतना ही नहीं वह खुद इस यौन शोषण का वीडियो बनाते हुए भी कई क्लिप में नजर आ रहा है।
कर्नाटक (Karanataka) के होलेनरसीपुरा शहर की एक 47 वर्षीय महिला ने रविवार को पूर्व मंत्री एचडी रेवन्ना (H.D. Revanna) और हसन के सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
महिला ने पुलिस को बताया कि वह रेवन्ना की पत्नी भवानी की करीबी रिश्तेदार है। उसका भी प्रज्वल ने यौन उत्पीड़न किया है। महिला ने कहा कि उसे रेवन्ना ने 2011 में घरेलू सहायक के रूप में काम करने के लिए बुलाया था। 2015 में, रेवन्ना ने उन्हें होलेनारसीपुर के एक छात्रावास में रसोइये की नौकरी दिलाने में मदद की। वह 2019 में अपने बड़े बेटे की शादी के दौरान रेवन्ना के घर फिर से शामिल हो गईं।
महिला ने बताया, ‘घर के 6 अन्य घरेलू सहायक थे। उन्होंने कहा कि वे प्रज्वल से डरते हैं। पुरुष कर्मचारी भी हमें प्रज्वल रेवन्ना से सावधान रहने के लिए कहते थे। जब भी उनकी पत्नी भवानी बाहर होती थी, रेवन्ना बार-बार मुझे अनुचित तरीके से छूते थे, मेरे कपड़े उतार देते थे और मेरा यौन उत्पीड़न करते थे। जब मैं रसोई में काम कर रही होती थी तो प्रज्वल मुझे पीछे से आकर पकड़ लेता था और मेरे साथ अश्लील हरकतें करता था।’
प्रज्वल के खिलाफ शिकायत में महिला ने बताया, ‘प्रज्वल अन्य कर्मचारियों से मेरी बेटी को तेल की मालिश करने के लिए लाने के लिए कहता था। उसे जबरन कमरे में बंद करके मालिश करता था और अपना प्राइवेट पार्ट छूने को कहता था। प्रज्वल मेरी बेटी को वीडियो कॉल करता था और अश्लील तरीके से बात करता था। मेरी बेटी ने प्रज्वल का नंबर ब्लॉक कर दिया। जब बात मेरी बेटी की आई तो मैंने रेवन्ना के घर की नौकरी छोड़ दी।’
महिला ने कहा कि लोकसभा चुनाव (Loksabha Election 2024) प्रचार के दौरान, प्रज्वल के अश्लील वीडियो सामने आए और उसके पति ने उस पर संदेह करना शुरू कर दिया। महिला ने पुलिस से उसे सुरक्षा प्रदान करने और रेवन्ना और प्रज्वल के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
इधर कर्नाटक महिला आयोग ने अध्यक्ष नागलक्ष्मी चौधरी ने बताया कि किस तरह उनके सामने पूरा प्रकरण आया।
नागलक्ष्मी ने कहा, ‘मुझे प्रज्वल के खिलाफ शिकायत के साथ एक पेन ड्राइव मिली। जब मैंने इस पेन ड्राइव को लगाकर वीडियो देखा तो मेरे रोंगटे खड़े हो गए। प्रज्वल अलग-अलग महिलाओं का यौन शोषण करते नजर आ रहा था। वीडिया में महिलाएं खुद को छोड़ने की उससे गुहार लगा रही थीं।
ये वीडियो इतने आपत्तिजनक हैं कि मैं इन्हें देख नहीं सकी। मैं शब्दों में बयां भी नहीं कर सकती। आप समझ सकते हैं कि जब मैं उसे देख नहीं पाई, बयां नहीं कर सकती, उस सीन को सोचकर मेरे रोंगटे खड़े होते हैं तो उन महिलाओं पर क्या बीती होगी। मैंने तत्काल सीएम को पूरे प्रकरण से अवगत कराया।’
कांग्रेस के नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार ने मामले में रविवार को SIT जांच के आदेश दिए हैं। इस बीच पता चला है कि रेवन्ना जर्मनी भाग गए हैं। कर्नाटक के हासन से सांसद रेवन्ना इसी सीट से लोकसभा चुनाव JDS के कैंडिडेट हैं, जहां 26 अप्रैल को मतदान हो चुका है।
आरोप है कि रेवन्ना एक-दो नहीं, बल्कि सैकड़ों महिलाओं के यौन शोषण में शामिल हैं और उन्होंने इसकी विडियो रेकॉर्डिंग भी की है। इन विडियो में वह नजर आ रहे हैं। हालांकि देश छोड़ने से पहले प्रज्वल रेवन्ना ने उनकी संलिप्तता को पूरी तरह से खारिज कर दिया था और दावा किया था कि यह उनके खिलाफ एक साजिश है।
इसके उल्ट पुलिस को जांच में पता चला है कि प्रज्वल रेवन्ना शनिवार तड़के 3.35 बजे लुफ्थांसा एयरलाइंस से बेंगलुरु से फ्रैंकफर्ट के लिए निकल गए। यहां से जर्मनी के लिए उन्होंने सीधी उड़ान भरी। बताया जा रहा है कि जर्मनी होते हुए प्रज्वल यूरोप के किसी अन्य शहर में छिपे हैं।
अब आप खुद सोच कर बताएं कि “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ”का नारा देने वाली मोदी सरकार बेटियों की इज्जत को तार तार करने वाले लोगों को अपना सहयोगी बना कर बैठी है।
खैर भाजपा से भी क्या गिला करना जिसके खुद के नेता आये दिन महिलाओं की इज्जत से खिलवाड़ करने के आरोपी बनते हैं। महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराध बलात्कार करने वाले आरोपियों का ये पार्टी फूल मालायों से सवागत करती है। बलात्कारियों के समर्थन में रैली का भी आयोजन इस तानाशाही सरकार को चलाने वाली पार्टी भाजपा के चरित्र में शामिल हो चुकी है।
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