शेरे मैसूर हजरत टीपू सुल्तान की आज शहादत का दिन है। एक जांबाज शासके जिसने अपने शासन में कभी भेदभाव नहीं किया और लोक कल्याण को अपनी पॉलिसी बना कर रखा था।
उनके केवल होने से ही अंग्रेजी हुकूमत घबरा जाती थी और अजीब इत्तेफाक देखिये आज उनकी औलादें और उनसे पेंशन लेकर अपना गुजारा करने वाले चिंटू लोग टीपू सुल्तान को हिंदू मुसलमान की बहस में जबरन घसीटने की कोशिश करते हैं।
अरे कमबख्तो एक बार व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी को छोड़कर असल इतिहास को पढ़ो दिमाग के सारे धागे खुल जाएंगे मैसूर के इस अजीम शहंशाह के बारे में ऐसी उल्टी सीधे बातें करने से पहले अपने गिरेबान में झांक लिया करो।
जो अंग्रेजों की चाटुकारिता करके उनसे पेंशन लेकर अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ कभी संघर्ष न करने की कसमें खाते हो उनका कोई हक नहीं है किसी को सर्टिफिकेट बांटें।
हजरत टीपू सुल्तान (Tipu Sultan) की शहादत दिवस के मौके पर उनको खिराजे अकीदत।