आखिर क्या वजह है कि पूरी भाजपाई गैंग अपने मुस्लिम विरोधी अजेंडे के तहत केवल जामिया मिल्लिया इस्लामिया और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को ही टारगेट किया जा रहा है।
जबकि हकीकत तो ये है कि इसी देश में माइनॉरिटी स्टेटस के साथ सिखों के 312 और जैन समुदाय के 612 शिक्षण संस्थान चलते है।ज्ञात रहे अल्पसंख्यक दर्जा हासिल होने की वजह से इन संस्थानों में भी सामान्य आरक्षण नीति लागू नहीं है।
मैं आपको जैन समुदाय के कुछ प्रसिद्ध यूनिवर्सिटी के नाम बताता हूँ जिनमें किसी प्रकार की कोई आरक्षण का प्रावधान नहीं है:
🔸महावीर स्वामी प्रौद्योगिकी संस्थान, सोनीपत, हरियाणा
🔸तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश
🔸सुमनदीप विद्यापीठ विश्वविद्यालय, वडोदरा, गुजरात
🔸मंगलायतन विश्वविद्यालय, अलीगढ़, उत्तर प्रदेश
ऐसे ही सिख समुदाय के अल्पसंख्यक दर्जा के साथ कुछ प्रसिद्ध विश्वविद्यालय निम्नलिखत हैं:
▪️ श्री गुरु तेग बहादुर खालसा कॉलेज, नॉर्थ कैंपस, दिल्ली विश्वविद्यालय
▪️ श्री गुरु गोबिंद सिंह कॉलेज, वाणिज्य विश्वविद्यालय, दिल्ली
▪️ इटरनल यूनिवर्सिटी, बरू साहिब, सिरमौर, हिमाचल प्रदेश
केवल उत्तर प्रदेश में ही बौद्ध समुदाय के अल्पसंख्यक दर्जा के साथ 51 महाविद्यालय और अन्य शिक्षण संस्थान चलते है।इसकी पूरी लिस्ट आपको भारत सरकार के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर मिल जाएगी।
यूपी के बौद्ध समुदाय के कुछ प्रमुख शिक्षण संस्थानों के नाम निम्नलिखत है:
🔸सुभारती मेडिकल कॉलेज, मेरठ
🔸महात्मा गौतम बौद्ध महाविद्यालय, हापुड़
🔸चौधरी चरण सिंह कॉलेज ऑफ एजुकेशन एंड टेक्नोलॉजी, मेरठ
🔸सिटीजन गर्ल्स कॉलेज, इलाहाबाद
🔸प्रयाग सिटीजन लॉ कॉलेज, इलाहाबाद
🔸महावीर प्रसाद महिला महाविद्यालय, लखनऊ
🔸गौतम बुद्ध डिग्री कॉलेज, लखनऊ
🔸अभय प्रताप सिंह डिग्री कॉलेज, फतेहपुर
🔸शांति जन सेवा शिक्षक एवं प्रशिक्षण संस्थान, आज़मगढ़
🔸श्री शारदा माता प्रसाद डिग्री कॉलेज, आज़मगढ़
लिस्ट बहुत लंबी है बस इतनी बात जान लीजिये कि मुसलमानों की आड़ में भाजपाई तंत्र पूरे माइनॉरिटी समुदाय को शैक्षणिक तौर पर बर्बाद कर देना चाहता है।
चलिए मान लिया एक समय के लिए AMU का माइनॉरिटी का दर्जा ख़त्म हो जायेगा तो “मुल्लों की चूड़ी टाइट” हो जायेगी मगर बौद्ध समुदाय के लोग एक समय के लिए सोच कर देखें कि आपके अल्पसंख्यक दर्जा प्राप्त 51 महाविद्यालय और अन्य शिक्षण संस्थान भी इसकी चपेट में आयेंगे।
ये तो बौद्ध समुदाय से सम्बंधित केवल यूपी के शैक्षणिक संस्थानों की डिटेल है सोचिये पूरे भारत में कितने शिक्षण संस्थान प्रभावित होंगे।
तो अब आप खुद सोच का बताये कि आखिर क्यों दिलीप मंडल (Dilip C Mandal) की अगुआई में पूरी भाजपाई गैंग क्यों केवल मुसलमानों की 2 यूनिवर्सिटी को ही टारगेट कर रहे है!
कहीं ऐसा तो नहीं ये भी भाजपा की मुस्लिम विरोधी राजनीति का हिस्सा है जिसमें वो मुस्लिम, दलित और OBC राजनीति में फूट डाल कर अपनी राजनीतिक सत्ता को बरक़रार रखना चाहते हैं।
इसीलिए ये Jamia Millia Islamia या Aligarh Muslim University पर भाजपाई गैंग का हमला केवल मुसलमानों को टारगेट नहीं कर रहा है बल्कि इसकी आड़ में बंटवारे की राजनीति की पूरक भारतीय झूठा पार्टी बौद्ध, जैन और सिख समुदाय का भी बड़े पैमाने पर नुक्सान करने की साजिश कर रहे है!