आखिर कब तक क़ुरआन की बेअदबी सहेगा मुसलमान?

देश के नफरत भरे माहौल में आये दिन विभिन्न धर्मों और उनके धार्मिक ग्रंथों की अवमानना की अफ़सोसनाक घटनाएं होती रहती है। इससे भी बढ़ कर सत्ताधारी पार्टी के मुस्लिम विरोधी कैंपेन की वजह से ही आये दिन मुसलमानों और उनके लिए दिल ओ जान से बढ़ कर अज़ीज़ क़ुरआन ए पाक की बेहुरमती की घटनाएं तेज़ी से बढ़ती ही जा रही है।

एक सोशल मीडिया पर सरफिरा और देश का माहौल ख़राब करने के लिए प्रयासरत एक्स मुस्लिम समीर जिसका असल नाम सिद्धार्थ चतुर्वेदी है ने एक ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना को अंजाम दिया है जिसके बाद पूरे देश भर के मुसलमानों के साथ वैश्विक तौर पर भी रोष का माहौल है।

इस गलीज़ आदमी ने मुसलमानों की पाक और मुक़द्दस धार्मिक किताब क़ुरान शरीफ पर अपने जूते समेत पैर रखते हुए एक वीडियो बनाई है। केवल वीडियो नहीं बल्कि वीडियो बनाते हुए इस बेहूदा आदमी के शब्दों पर भी आप गौर करिये,

“तुम्हारे क़ुरान की औकात पता है क्या है मेरे सामने, ये है (क़ुरान पाक के ऊपर जूते के साथ पैर रखते हुए)”
“this is aukaat of your Quran in front of me Ex Muslim Sameer”

आप इस वीडियो को पूरा देखिये

भारत के सामाजिक सौहार्द को तबाह करने की कसम खा चुके इस आदमी ने बेअदबी की इतनी बड़ी हरकत कर दी मगर पुलिस और प्रशासन की तरफ से अभी इस पर कोई करवाई नहीं की गयी है।

जब इस गलीज़ व्यक्ति के बारे में खोज पड़ताल की गयी तो इसका असली नाम सिद्धार्थ चतुर्वेदी सामने आया है। इसकी फेसबुक प्रोफाइल के मुताबिक ये उत्तराखंड के रुड़की का रहने वाला है। ये आदमी आये दिन अपने सोशल मीडिया और यूट्यूब के जरिये से इस्लाम और मुसलमानों के खिलाफ नफ़रती बातें करता रहता है और इसके द्वारा बेअदबी की घटना पहले भी होती रही है।

इस मुद्दे पर एक पत्रकार साहिल रज़वी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि “बेहद आपत्तिजनक, मैं इस वीडियो को शेयर नहीं करना चाहता था पर मजबूरी है। इस हरामी पर कार्यवाही होनी बहुत ज़रूरी है। ये कोई नया फितना, एक्स मुस्लिम समीर है। जिसने यूट्यूब लाइव पर क़ुरआन जलाया है। इस तरह के नफ़रती चिंटूओं की गिरफ्तारी बेहद ज़रूरी है, वरना देश भर में भारी आक्रोश देखने को मिलेगा। कृपया संज्ञान लीजिए दिल्ली पुलिस।”

सोचिये इसके जैसे नफरती और सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने वाले नफरती चिंटू आये दिन कई टीवी डिबेट और राइट विंग समर्थक यूट्यूब चैनल पर भी बैठ पर अपनी नफरती बातों का प्रचार प्रसार करते है।

न जाने ऐसे एक्स मुस्लिम नाम के पीछे छुपे कितने ही नफरती और समाज में द्वेष फ़ैलाने वाले लोग होंगे। ये लोग इन बेअदबी की घटनाओं से देश को एक आग में धकेलना चाहते है। सबसे अफ़सोस की बात तो ये है कि ऐसे लोगों के खिलाफ प्रशासन और पुलिस का ढिलमुल रवैय्या बेहद अफसोसनाक है।

अगर आप सोचते है कि धार्मिक बेअदबी की ऐसी घटनाओं को तत्काल रोकने के लिए इसके खिलाफ सख्त कानून बनना चाहिए तो अपनी राय हमारे साथ जरूर साझा करें।

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