क्या यूपी में कांग्रेस एक भी लोकसभा सीट जीत सकती है?

आखिरकार औपचारिक तौर पर उत्तर प्रदेश में कांग्रेस (Congress) और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के दरमियान लोकसभा चुनाव 2024 के लिए गठबंधन हो चुका है। इसी के तहत सीटों का बंटवारे का ऐलान करते हुए कहा गया है कि इंडिया गठबंधन (India Alliance) के तहत 17 सीटों पर कांग्रेस (INC) चुनाव लड़ेगी। वहीं 63 सीटों पर समाजवादी पार्टी (SP) और अन्य गठबंधन के दल चुनाव लड़ेंगे। 

जिन सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी वह इस प्रकार है:

  1. अमेठी
  2. रायबरेली
  3. बाराबंकी 
  4. सहारनपुर
  5. कानपुर 
  6. अमरोहा
  7. फतेहपुर सीकरी
  8. प्रयागराज
  9. महाराजगंज
  10. देवरिया
  11. सीतापुर 
  12. बांसगांव
  13. बुलंदशहर
  14. झांसी
  15. मथुरा
  16. वाराणसी 
  17. गाजियाबाद

अमेठी

सबसे पहली सीट जो कांग्रेस को गठबंधन के तहत मिली है वो है अमेठी। इस लोकसभा के तहत पांच विधानसभा सीटों आती है। तिलोई, सलोन (SC), जगदीशपुर, गौरीगंज और अमेठी इस लोकसभा के अंतर्गत आने वाली विधानसभा सीटें हैं। राहुल गांधी यहां से लगातार तीन बार सांसद चुने गए हैं मगर 2019 में उनको भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी ने चुनाव हरा दिया था।  

AC NoAC NameDistrict
178TiloiAmethi
181Salon (SC)Amethi
184Jagdishpur (SC)Amethi
185GauriganjAmethi
186AmethiAmethi

इस सीट के अगर समीकरण की बात की जाए तो यहां पर 26.5% दलित मतदाता और 19% मुस्लिम वोटर चुनावी गणित में निर्णायक भूमिका निभाते है। अगर मैं विधानसभा के हिसाब से बात करूं तो तिलोई, सलोन (SC), जगदीशपुर तीन विधानसभा सीटों से हालिया विधानसभा चुनाव में भाजपा की उम्मीदवार जीते हैं। वहीं गौरीगंज और अमेठी से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी विजेता रहे हैं। 

AC NameName of the MLAParty
TiloiMAYANKESHWAR SHARAN SINGHBJP
Salon (SC)ASHOK KUMARBJP
Jagdishpur (SC)SURESH KUMARBJP
GauriganjRAKESH PRATAP SINGHSP
AmethiMAHARAJI PRAJAPATISP

अगर 2022 के विधानसभा के हिसाब से देखा जाए तो इस लोकसभा में भाजपा का वोट प्रतिशत 41.8 है। वहीं समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का मिलाकर यहां पर वोट 49.5 फ़ीसदी है। वहीं इसी के साथ स्मृति ईरानी को लेकर जमीनी सतह पर एक सत्ता विरोधी माहौल भाजपा के लिए परेशानी का सबब बन सकता है। राहुल गांधी को लेकर ग्राउंड पर एक समर्थन और भावनात्मक लहर है। तो ऐसे में अगर राहुल गांधी दुबारा इस सीट से चुनाव लड़ते हैं तो उनकी जीत के चांस काफी हद तक मजबूत माने जा सकते हैं। 

Year of ElectionBJPSPBSPINC
2022 Assembly41.835.24.614.3
2019 Parliament49.90044.1
2014 Parliament34.406.646.7
2009 Parliament5.8014.571.8

रायबरेली

दूसरी सीट रायबरेली लोकसभा सीट है। रायबरेली को गांधी परिवार की पारंपरिक सीट माना जाता है। यहां से सोनिया गांधी लगातार 2004 से चुनाव जीतती हुई आ रही है। उनसे पहले इंदिरा गांधी भी इस सीट से संसद में नुमाइंदगी कर चुकी हैं। 

अगर चुनावी समीकरण की बात करें तो ये लोकसभा सीट प्रदेश की दलित बहुल सीटों में शुमार होती है। इस सीट में 30% दलित मतदाता किसी भी चुनावी जीत में अहम भूमिका निभाते हैं। वहीं 12% मुस्लिम आबादी भी निर्णायक भूमिका में मौजूद है। 

इस लोकसभा सीट के अंतर्गत पांच विधानसभा सीटें बछरावां (SC), हरचंदपुर, रायबरेली, सरेनी और ऊंचाहार शामिल हैं। अगर मैं विधानसभा में इस लोकसभा सीट के तहत आने वाली विधानसभा सीटों की नुमाइंदगी की बात करूं तो केवल रायबरेली की सीट को छोड़कर चारों सीटों पर समाजवादी पार्टी का कब्जा है। वहीं रायबरेली की सीट भाजपा के प्रत्याशी द्वारा जीती गई है और यह प्रत्याशी भी पूर्व कांग्रेसी अदिति सिंह हैं। 

AC NameName of the MLAParty
Bachhrawan (SC)SHYAM SUNDERSP
HarchandpurRAHUL RAJPOOTSP
Rae bareliADITI SINGHBJP
SareniDEVENDRA PRATAP SINGHSP
UnchaharMANOJ KUMAR PANDEYSP

अगर पिछले विधानसभा चुनाव को देखा जाए तो यहां पर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का वोट शेयर लगभग 51% है। वहीं अगर 2019 के लोकसभा को लिया जाए तो यहां पर सोनिया गांधी को 56.5 फ़ीसदी वोट मिले थे। तो इसलिए कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि इस सीट पर कांग्रेस की जीत तय है। 

Year of ElectionBJPSPBSPINC
2022 Assembly29.837.69.613.2
2019 Parliament38.70056.5
2014 Parliament21.107.763.8
2009 Parliament3.8016.472.2

मगर चुनावी गणित में एक पेंच ये फंस गया है कि हाल ही में सोनिया गांधी राजस्थान से राज्यसभा चली गई है। अब राजनीतिक हलकों में इस बात की चर्चा बहुत जोरों शोरों से है कि शायद इस सीट से प्रियंका गांधी चुनाव लड़ेंगी। गांधी परिवार से कोई भी यहाँ से चुनाव लड़े, यह सीट कांग्रेस की सबसे मजबूत सीट मानी जाती है तो इस लिए यहाँ कांग्रेस प्रत्याशी की जीत तय मानी जा सकती है। 

बाराबंकी (SC)

तीसरी लोकसभा सीट जो हालिया चुनावी समीकरण में कांग्रेस की सबसे मजबूत सीट मानी जा रही है वह बाराबंकी लोकसभा सीट है। ये लोकसभा सीट दलित समुदाय के लिए आरक्षित है। पिछले दो लोकसभा चुनाव से यहां से भाजपा के उम्मीदवार चुनाव जीत रहे हैं। वहीं 2009 में कांग्रेस प्रत्याशी पीएल पुनिया यहां से सांसद चुने गए थे।  

इस सीट के अगर समीकरण देखेंगे तो यहां पर 25.7% दलित मतदाता के साथ 23% मुस्लिम वोटर चुनावी मैदान में अहम भूमिका निभाते है। इस लोकसभा के अंतर्गत पांच विधानसभा सीटें कुर्सी, रामनगर, बाराबंकी, जैदपुर (SC) और हैदरगढ़ (SC) सीट आती है। अगर मैं विधानसभा के हिसाब से देखा जाये तो कुर्सी और हैदरगढ़ जहां भाजपा के कब्जे में है वहीं रामनगर, बाराबंकी और जैदपुर में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी विधानसभा चुनाव जीते थे। 

AC NameName of the MLAParty
KursiSAKENDRA PRATAPBJP
Ram NagarFAREED MAHFOOZ KIDWAISP
BarabankiDHARMRAJ SINGH YADAVSP
Zaidpur (SC)GAURAV KUMARSP
Haidergarh (SC)DINESH RAWATBJP

वहीं अगर वोट शेयर की बात की जाए तो हालिया विधानसभा चुनाव को देखते हुए यहां पर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का मिलाकर वोट शेयर 45.6 फ़ीसदी बनता है जो भाजपा के वोट शेयर से पांच फीसदी ज्यादा है। वहीं अगर मैं 2019 के लोकसभा के हिसाब से बात करूं तो समाजवादी पार्टी और कांग्रेस दोनों पार्टियों का मिलाकर वोट शेयर यहां पर 51 फ़ीसदी है जो किसी भी उम्मीदवार को चुनाव में जितवाने में कारगर साबित हो सकता है। 

Year of ElectionBJPSPBSPINC
2022 Assembly41.242.210.23.4
2019 Parliament46.737.1013.9
2014 Parliament42.514.915.622.7
2009 Parliament6.421.621.544.2

सहारनपुर

सहारनपुर लोकसभा सीट को यूपी की मुस्लिम बहुल सीटों में शुमार किया जाता है। यहां पर 42 फ़ीसदी मुस्लिम आबादी और 22 फ़ीसदी दलित आबादी किसी भी प्रत्याशी की जीत हार में निर्णायक भूमिका निभाते हैं। फिलहाल यहां पर यहां से बसपा के हाजी फजलुर रहमान सांसद हैं और राजनीतिक हल्का में इस बात के भी कयास लगाए जा रहे हैं कि वह कांग्रेस ज्वाइन करके कांग्रेस की तरफ से इस बार लोकसभा के चुनाव लड़ेंगे। वहीं इमरान मसूद भी टिकट के तगड़े दावेदार हैं। 

इस लोकसभा सीट में पांच विधानसभा सीटें हैं बेहट, सहारनपुर नगर, सहारनपुर, देवबंद और रामपुर मनिहारन। इनमें से बेहट और सहारनपुर की सीट समाजवादी पार्टी के पास और देवबंद, रामपुर मनिहारन और सहारनपुर नगर भाजपा के कब्जे में हैं। इस सीट को अमूमन बसपा के मजबूत गढ़ के तौर पर माना जाता है मगर मौजूदा चुनावी समीकरण कहीं ना कहीं इंडिया गठबंधन के पक्ष में नजर आ रहे हैं। 

AC NameName of the MLAParty
BehatUMAR ALI KHANSP
Saharanpur NagarRAJEEV GUMBERBJP
SaharanpurASHU MALIKSP
DeobandBRIJESHBJP
Rampur Maniharan (SC)DEVENDER KUMAR NIMBJP

अगर 2019 के पार्लियामेंट चुनाव के हिसाब से बात की जाये तो इस सीट पर भाजपा को 40% वोट मिला था, वहीं बीएसपी को 42% और कांग्रेस ने 17 फ़ीसदी वोट हासिल किया था। हालिया विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने यहां से 35.5 फ़ीसदी वोट हासिल किया है। अगर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के वोट शेयर को मिला लिया जाए तो काफी हद तक इस लोकसभा सीट पर जीत के समीकरण बन सकते हैं। मगर यहां से चुनाव जीतने के लिए एक बात तय है कि यहां पर दलित वोट को कांग्रेस को अपनी तरफ करना होगा तो इस सीट को बहुत आसानी के साथ जीता जा सकता है। 

Year of ElectionBJPSPBSPINC
2022 Assembly38.135.518.20.6
2019 Parliament40041.916.9
2014 Parliament39.64.419.734.2
2009 Parliament12.232.943.27.6

कानपुर

पांचवी सीट जो गठबंधन के तहत कांग्रेस के हिस्से आई है वह कानपुर की सीट।  कानपुर लोकसभा के लिए कहा जाता है कि यहां मुस्लिम ब्राह्मण वोट ही चुनावी तौर पर सबसे निर्णायक भूमिका में है।  जहां इस सीट पर स्वर्ण वोटर का रुझान कांग्रेस से हट भाजपा के पक्ष में हो चुका है वहीं मुस्लिम मतदाता अभी भी गठबंधन के साथ खड़ा है। 

इस लोकसभा के अंतर्गत पांच विधानसभा सीटें गोविंद नगर, सीसामऊ, आर्य नगर किदवई नगर और कानपुर कैंट है। यह लोकसभा उन सीटों में शुमार होती है जहां पर हालिया विधानसभा चुनाव में भाजपा के मुकाबले में समाजवादी पार्टी ज्यादा मजबूत थी। गोविंद नगर और किदवई नगर में जहां भाजपा प्रत्याशी चुनाव जीते थे वहीं सीसामऊ, आर्य नगर और कानपुर कैंट से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार चुनाव जीतकर आए थे। 

AC NameName of the MLAParty
GovindnagarSURENDRA MAITHANIBJP
SishamauHAJI IRFAN SOLANKISP
Arya NagarAMITABH BAJPAISP
Kidwai NagarMAHESH KUMAR TRIVEDIBJP
Kanpur Cantt.MOHAMMAD HASANSP

इस लोकसभा सीट पर पिछले दो बार से भाजपा उम्मीदवार सांसद बनते आ रहे हैं वहीं उससे पहले कांग्रेस के लोकसभा सांसद चुने जा चुके हैं। जहां तक बात की जाए पिछले विधानसभा चुनाव के वोट प्रतिशत की तो समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का वोट फीसदी मिलाकर भाजपा के बराबर ही बैठता है और अगर चुनावी समीकरण एक तरफ रहे तो इस बात की उम्मीद है कि कानपुर की सीट कांग्रेस जीत सकती है। 

Year of ElectionBJPSPBSPINC
2022 Assembly49.4332.213.9
2019 Parliament55.95.7037.3
2014 Parliament56.83.16.430.2
2009 Parliament38.26.89.441.9

अमरोहा 

अमरोहा लोकसभा सीट उत्तर प्रदेश की उन सीटों में शुमार है जिसे मुस्लिम बहुल सीट माना जाता है। यहां का मुस्लिम दलित समीकरण किसी भी प्रत्याशी के चुनाव जीतने पर मोहर लगता है। समीकरण के हिसाब से देखे तो यहां पर 39% मुस्लिम वोट और 18% दलित वोट है। 

लोकसभा 2019 के चुनाव में बसपा से यहां से कुंवर दानिश अली चुनाव जीतकर सांसद बने थे वहीं 2014 में यहां से भाजपा उम्मीदवार चुनाव जीत चुके हैं। इस लोकसभा के अंतर्गत पांच विधानसभा सीटें धनौरा (SC), नौगांव सादात, अमरोहा, हसनपुर और गढ़मुक्तेश्वर हैं। इनमें से धनौरा, हसनपुर और गढ़मुक्तेश्वर भाजपा के कब्जे में है वहीं नौगांव सादात, अमरोहा समाजवादी पार्टी द्वारा जीती गई है। 

AC NameName of the MLAParty
Dhanaura (SC)RAJEEV KUMARBJP
Naugawan sadatSAMARPAL SINGHSP
AmrohaMEHBOOB ALISP
HasanpurMAHENDRABJP
GarhmukteshwarHARENDRA SINGHBJP

अगर अगर पिछले विधानसभा चुनाव के चुनावी नतीजे के हिसाब से देखा जाए कि यहां पर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का वोट शेयर भाजपा के मुकाबले में काफी ज्यादा है जो चुनावी मैदान में जीतने की संभावना को बढ़ा देता है। वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव में भी सपा बसपा गठबंधन में गठबंधन प्रत्याशी को 50 फ़ीसदी से ऊपर वोट हासिल हुआ था जो इस सीट पर जीत की संभावना को और भी प्रबल बना देता है। 

Year of ElectionBJPSPBSPINCRLD
2022 Assembly4041.415.40.60
2019 Parliament46.2051.800
2014 Parliament48.333.814.900.9
2009 Parliament027.124.12.440.1

फतेहपुर सीकरी

आगरा जिला के तहत आने वाली फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट एक ग्रामीण सीट मानी जाती है। 2009 में परिसीमन के बाद अस्तित्व में ये सीट समीकरण के हिसाब से दलित केंद्रित सीट मानी जाती है जबकि 10% मुस्लिम मतदाता भी चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाते हैं। 

आगरा जिले की पांच विधानसभा सीटें आगरा ग्रामीण, फतेहपुर सीकरी, खैरागढ़,  फतेहाबाद और बाह इस लोकसभा के अंतर्गत आती है। पिछले दो बार से यहां से भाजपा के उम्मीदवार लोकसभा का चुनाव जीत रहे हैं। वहीं 2009 में यहां पर बसपा उम्मीदवार चुनाव जीते थे। यहां की सभी पांच विधानसभ सीटों पर पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार ने जीत हासिल की थी। 

AC NameName of the MLAParty
Agra Rural (SC)BABY RANI MAURYABJP
Fatehpur sikariBABULALBJP
KheragarhBHAGWAN SINGH KUSHWAHABJP
FatehabadCHHOTEY LAL VERMABJP
BahRANI PAKSHALIKA SINGHBJP

वोट शेयर के हिसाब से भी देखा जाए तो यहां पर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का वोट से काफी कम है वहीं पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने यहां से 65 फ़ीसदी वोट हासिल किया था जो यहां पर चुनाव जीतने की संभावना को धूमिल करता है। अगर 2009 के लोकसभा चुनाव के हिसाब से देखें तो उसे समय कांग्रेस के पास यहां पर 29% वोट और सपा के पास 16% वोट शेयर होता था मगर हालिया समय में वोट का एक तरफा रुझान इस सीट पर जीतने की संभावना को काफी कम कर देता है। 

Year of ElectionBJPSPBSPINCRLD
2022 Assembly47.89.821.6611.8
2019 Parliament65016.416.70
2014 Parliament44.12226.202.5
2009 Parliament22.215.830.228.70

प्रयागराज  

एक और अहम सीट जो गठबंधन के तहत कांग्रेस के हिस्से आई है वह इलाहाबाद की लोकसभा सीट है। इस सीट पर 14% मुस्लिम मतदाता और 21% दलित वोटर चुनावी समीकरण में अहम भूमिका निभाते हैं। पिछले दो बार थे यहां से भाजपा उम्मीदवार चुनाव जीत रहे हैं वहीँ 2009 में यहां से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी सांसद बन चुके हैं। 

इस लोकसभा के अंतर्गत पांच विधानसभा सीटें मेजा, करछना, इलाहाबाद दक्षिण, बारा (SC) और कोरांव (SC) शामिल हैं। इनमें से तीन सीटें भाजपा के कब्जे में और एक सीट पर समाजवादी पार्टी और एक सीट पर अपना दल का कब्जा है।

AC NameName of the MLAParty
MejaSANDEEP SINGHSP
KarchhanaPIYUSH RANJAN NISHADBJP
Allahabad SouthNAND GOPAL GUPTA “NANDI”BJP
Bara (SC)VACHASPATIApna Dal (S)
Koraon (SC)RAJ MANIBJP

अगर हालिया विधानसभा चुनाव के हिसाब से वोट शेयर की बात की जाए तो यहां पर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी का वोट शेयर 41 फ़ीसदी के करीब है जो भाजपा के वोट शेयर से 6 फ़ीसदी ज़्यादा है। 2019 के लोकसभा चुनाव में 56 फ़ीसदी के साथ भाजपा उम्मीदवार यहां से एकतरफ़ा तौर पर जीत गया था। वहीं अगर 2014 के लोकसभा चुनाव को देखा जाए तो यहां पर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का एकजुट वोट शेयर भाजपा से काफी ज्यादा है। गांधी परिवार का इलाहाबाद से खास लगाव और ऐतिहासिक जुड़ाव इस सीट को और भी रोचक बना देता है। 

Year of ElectionBJPSPBSPINC
2022 Assembly35.337.4103.3
2019 Parliament56.135.203.6
2014 Parliament35.228.218.211.5
2009 Parliament11.138.131.76.7

महाराजगंज

गठबंधन के तहत महाराजगंज की लोकसभा सीट भी कांग्रेस के हिस्से में आई है।  कांग्रेस की तरफ से 2009 में यहां से हर्षवर्धन चुनाव जीत चुके हैं मगर इस लोकसभा सीट पर 1991 से अभी तक छह बार भाजपा के पंकज चौधरी एकतरफ़ा तौर पर चुनाव जीतते आ रहे हैं। उनकी जीत का मार्जिन भी इतना ज्यादा है उसे पार पाना हालिया चुनावी गणित में बेहद मुश्किल लगता है। 

अगर इस लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली विधानसभा सीटों की बात करी जाए तो उनमें फरेंदा, नौतनवां, सिसवां, महाराजगंज (SC) और पनियारा सीटें शामिल हैं। यहां पर 17% मुस्लिम और 18 फ़ीसदी दलित मतदाता चुनावी राजनीति में अहम भूमिका निभाते हैं। अगर विधानसभा सीटों की बात की जाए तो यहां पर तीन सीटों पर भाजपा, एक सीट पर निषाद पार्टी और एक सीट कांग्रेस के कब्जे में है। 

AC NameName of the MLAParty
PharendaVIRENDRA CHAUDHARYINC
NautanwaRISHINISHAD
SiswaPREMSAGAR PATELBJP
Maharajganj (SC)JAY MANGALBJP
PaniyaraGYANENDRA SINGHBJP

हालिया विधानसभा चुनाव में भाजपा को यहां से लगभग 40 फ़ीसदी वोट मिला था वहीं सपा और कांग्रेस का वोट शेयर मिलने के बाद भी लगभग 28% के आसपास बैठता है।  वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी ने एकतरफ़ा तौर पर यहां जीत हासिल की थी। इसलिए कुल मिला कर बात ये है कि इस सीट पर जीत की संभावना काफी कम नजर आती है। 

Year of ElectionBJPSPBSPINC
2022 Assembly39.81912.98.5
2019 Parliament59.731.706
2014 Parliament44.720.321.95.4
2009 Parliament20.612.721.736.4

देवरिया 

दो जिले कुशीनगर और देवरिया के इलाकों से मिलकर बनी  देवरिया लोकसभा सीट पिछले दो बार से भाजपा की झोली में जा रही है। वहीं 2009 में यहां से बसपा उम्मीदवार भी चुनाव जीत चुके हैं। इस सीट पर 14% मुस्लिम मतदाता और 14 फीसदी ही दलित मतदाता चुनावी राजनीति में काफी अहम हैं। 

इस लोकसभा सीट के अंतर्गत पांच विधानसभा सीटें तमकुहीराज, फाजिलनगर, देवरिया, पथरदेवा और रामपुर कारखाना शामिल हैं। इन सभी पांच विधानसभा सीटों पर हालिया विधानसभा चुनाव ने भाजपा ने जीत हासिल की है। 

AC NameName of the MLAParty
Tamkuhi rajASIM KUMARBJP
FazilnagarSURENDRA KUMAR KUSHWAHABJP
DeoriaSHALABH MANI TRIPATHIBJP
PathardevaSURYA PRATAP SHAHIBJP
Rampur karkhanaSURENDRA CHAURASIABJP

अगर वोट शेयर के हिसाब से देखें तो हालिया विधानसभा चुनाव में भाजपा को यहां पर लगभग 50 फ़ीसदी वोट मिला था। वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा यहां से 58 फ़ीसदी वोट हासिल की थी। वोट शेयर के हिसाब से समाजवादी पार्टी और कांग्रेस यहां पर भाजपा के मुकाबले में कहीं दिखाई नहीं देती है और ध्रुवीकरण की राजनीति में इस सीट को जीतना और भी मुश्किल है। 

Year of ElectionBJPSPBSPINC
2022 Assembly49.330.9124
2019 Parliament58032.95.1
2014 Parliament51.115.523.83.9
2009 Parliament24.921.230.712.8
Previous post क्या सच में Haldwani में पिछले 20 सालों में मुसलमान की जनसंख्या 1 हजार से बढ़कर एक लाख हो गई है?
Next post Mufti Salman Azhari की गिरफ़्तारी का असली कारण क्या?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *