अगर आप कभी पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गांव में सुबह सवेरे जायेंगे तो ये देखेंगे कि सैंकड़ों युवा रोड किनारे दौड़ लगा रहे हैं। किसी से भी पूछेंगे तो जवाब मिलेगा कि फौजी बनना है मुझे।
देश के हजारों नौजवान ऐसे हैं जिनका ख्वाब ही होता है सेना में भर्ती का। जय जवान जय किसान का नारा इस देश की रूह में बसा हुआ है। गांव के देश भारत की पहचान देश सेवा के इसी जज़्बे के साथ होती है।
मगर सत्ता पर काबिज़ मौजूदा सत्ताधारी पार्टी भाजपा ने इस भावना को कुचलने में कोई कसर बाकि नहीं छोड़ी है। कभी तो 2 करोड़ रोज़गार के नाम पर जुमलेबाज़ी करना हो अथवा पकौड़े तलने को भी रोजगार की श्रेणी में शामिल करने की बात हो इस मोदी सरकार ने युवाओं के साथ भद्दा मजाक करने की इन्तेहाँ कर रखी है।
जिस युवा ने खवाब देखा था कि वो देश की सेवा करने के लिए आर्मी का जवान बनेगा उस युवा के अरमानों पर पानी फेरते हुए सरकार अग्निवीर जैसा मजाक कर रही है।
जिस नौजवान ने अपनी पूरी जिंदगी सेना के नाम करने का खवाब देखा हो उसको 4 साल में ही रिटायर करने जैसा मंसूबा भाजपा जैसी धूर्त पार्टी में बना सकती है।
जब पूरे देश में युवाओं के रोजगार पर भयंकर चुप्पी और सन्नाटा है ऐसे में राहुल गांधी द्वारा भर्ती भरोसा देना और 30 लाख सरकारी पदों पर तत्काल स्थायी नियुक्ति की गारंटी देना युवाओं में एक नई उम्मीद पैदा करता है।
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