बेचारे राइट विंग के जमूरों के खाने पीने की पाबंदी के बाद अब जूता पहनने पर भी पाबन्दी लगने वाली है। जो मशहूर ब्रेड ब्रांड का मालिक मुसलमान निकलने के बाद बॉयकॉट बॉयकॉट बोल अपना गाला सूखा लिए थे अब जब उन्हें ये पता चलेगा कि देश के सबसे दिग्गज फुटवियर ब्रांड “METRO” भी एक मुसलमान का है तो मारे गम के ये बेचारे जूता फेंक नंगे पैर चला करेंगे।
इस मशहूर ब्रांड मेट्रो की शुरुआत फराह के दादा मलिक तेजानी ने 1955 में मुंबई में सिंगल शू स्टोर के रूप में की थी। इसके बाद उनके पिता और मेट्रो के चेयरमैन रफीक मलिक ने इस ब्रांड को नयी ऊंचाई प्रदान की थी। अब इस परिवार की तीसरी पीढ़ी के रूप में फराह मलिक मेट्रो ब्रांड को मौजूदा समय के हिसाब से नई मंजिलों पर पहुंचा रही हैं।
फराह मलिक की नेटवर्थ 26,000 करोड़
Farah Malik Bhanji इस कंपनी मेट्रो की मैनेजिंग डायरेक्टर के साथ इस समय देश की सबसे अमीर मुस्लिम महिला हैं। कारोबारी जगत में उन्होंने अपनी अलग पहचान बनाई है। उनके नेतृत्व में आज मेट्रो ब्रांड ने अलग पहचान के साथ प्रीमियम जूते बनाने के लिए जानी जाती है। फराह मलिक की नेटवर्थ इस समय 26,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है।
फराह ने अपने ब्रांड मेट्रो शूज का मॉडर्न रिटेल सेक्टर के नए युग में मार्गदर्शन किया है। ये फुटवियर कंपनी मेट्रो आज मोची, वॉकवे, मेट्रो शूज, दा विंची और फिटफ्लॉप जैसे अपने दिग्गज ब्रांडों के लिए जानी जाती है।
160 शहरों में फैला है नेटवर्क
एक मियां भाई की ये फुटवियर कंपनी आज देश के 160 शहरों में अपनी सेवाएं दे रही है। इसके 700 से अधिक स्टोर्स उपलब्ध हैं और इसकी मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 35,117 करोड़ रुपये है।
हजारों परिवारों की रोजी रोटी आज फराह मलिक की इस कंपनी के साथ जुड़ी हुयी है। सबसे बड़ी बात ये है कि फराह मलिक ने अपनी क़ाबलियत से इस कंपनी को आज भारत के दूसरे सबसे बड़े फैशन फुटवियर रिटेलर मेट्रो ब्रांड्स लिमिटेड में तब्दील कर दिया है।
युवा स्टार्टअप को प्रोमोट करने की इच्छा
ऐसा नहीं है कि कई धूर्त कारोबारियों की तरह फराह मलिक अपनी इंडस्ट्री के बाकि प्लेयर को निगल जाना चाहती है बल्कि उनका तो ख्वाब है कि फुटवियर इंडस्ट्री में उभरते हुए नए चेहरों और युवा स्टार्टअप को वो अपने लेवल पर प्रोमोट कर सके। इसके साथ ही वो चाहती है कि ई-कॉमर्स के माध्यम से वो आक्रामक रूप से अपनी कंपनी का विस्तार भी करें।
बेचारे राइट विंग जमूरों को मेरी एक ही सलाह है कि नफरत और फेक न्यूज़ फैलाने के बाद भागने की सख्त जरूरत होती है तो हमेशा अच्छी कंपनी के जूते ही पहनो क्या पता कब जरूरत पद जाये। वैसे तुम्हारी ये जरूरत फराह मलिक के ब्रांड मेट्रो से पूरी हो जाएगी।