जम्मू कश्मीर चुनाव (Jammu Kashmir Election 2024) में नेशनल कांफ्रेंस (National Conference) और कांग्रेस (Congress) में गठबंधन हुआ था कि नेशनल कांफ्रेंस कश्मीर में जोरदार प्रदर्शन करेगी और कांग्रेस जम्मू में भाजपा (BJP) का रथ रोकेगी मगर हकीकत क्या है?
हिन्दू बहुल जम्मू में मतदाताओं ने कांग्रेस को लात मार के भगा दिया है। लगभग सभी सीटों पर बुरी हार का सामना करना पड़ा है। जो 6 कांग्रेस उम्मदीवार चुनाव भी जीते है वो सभी मुस्लिम (Muslim) हैं वो भी कश्मीर वाले रीजन से।
कांग्रेस के राजनीति में जिंदा रहने का सबसे बड़ा कारण मुसलमान है वरना इनका राजनीतिक जनाजा तो कब का निकल चुका होता!
जम्मू कश्मीर में कांग्रेस के केवल 6 उम्मीदवार चुनाव जीते है। ध्यान से उनके नाम पढ़ लीजिये:
- इरफ़ान हाफिज लोन – वागूरा क्रीरी विधानसभा
- निजामुद्दीन भट्ट – बंदीपुरा विधानसभा
- तारिक़ हमीद कर्रा – सेंट्रल शाल्टेंग विधानसभा
- गुलाम अहमद मीर – दोरू विधानसभा
- पीरजादा मुहम्मद सैयद – अनंतनाग विधानसभा
- इफ्तिखार अहमद – राजौरी विधानसभा
अब समझ जाईये लोकतंत्र बचाने के नाम पर कांग्रेस को बचाने का ठेका केवल मुसलमानों ने ही ले रखा है वरना तो इनका वो बुरा हाल हो कि कोई पूछे भी नहीं।
मगर इसके बावजूद कांग्रेस (congress) पूरे संगठन और टिकट वितरण पर कंट्रोल किसका है मुझे बताने की जरूरत नहीं है।