कुछ काम धंधे की कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस तो इनको करने नहीं देनी है और क्रांति की दुनिया जहान की बातें करवा लो इस कथित लिबरल लॉबी से……
अभी जिस लॉबी का प्रेस क्लब की मैनेजमेंट पर कब्जा है इस गौतम लहरी लॉबी को जितवाने के लिए मुस्लिम पत्रकारों ने अपनी की जान लगा दी थी। खास बात ये है कि अपने जानने वाले 3 मियां भाई पत्रकार भी इस कमेटी का हिस्सा हैं।
यह प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के मौजूदा मैनेजमेंट की लिस्ट है।
अब आप इन कथित लिबरल से सवाल जवाब शुरू कर सकते हैं और खास तौर पर उर्दू नामधारी को तो आड़े हाथों जरुर लीजिएगा। पूछिए आखिर क्यों प्रेस क्लब ऑफ इंडिया मुसलमानों को उनके मुद्दों पर प्रेस कांफ्रेंस करने की इजाजत नहीं दे रहा!
तो बताइए कहां है वह मुस्लिम पत्रकार जिन्होंने डंके की चोट पर कहा था कि गौतम लहरी और मनोरंजन भारती लॉबी जब जीत के आएगा तो हमारा पैनल बनेगा। प्रेस क्लब संघ परिवार और भाजपा के चंगुल से दूर रहेगा।
तब बताइए महाराज क्या फर्क रह गया है भाजपा और इन सेकुलर व खुद को लिबरल कहने वाले लोगों में!
अगर जरा सी भी गैरत बाकी है तो ललकारो इस प्रेस क्लब की मैनेजमेंट को और गिरेबान पकड़ कर कहिए कि हमने जितवाया था वो भी यही दिन देखने के लिए। आपकी इतनी हिम्मत कैसे हुई कि आप हमें कहेंगे कि मुस्लिम संगठन इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकते हैं और इस मुद्दे पर नहीं कर सकते हैं।
अब प्रेस क्लब में किस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी यह भी वहां का प्रेस क्लब का मैनेजमेंट डिसाइड करेगा!
भैया ठीक है आप लोग रोज शाम में जाइए सस्ती दारू का बंदोबस्त है। मजा में रहिए दारू पी कर टुन्न रहिए!
लोकतंत्र क्रांति यह सब चीज ढकोसला है। बीजेपी वालों से ज्यादा इस लोकतंत्र की लंका लगाने में इन जैसे ढोंगियों का ज्यादा योगदान है।