अगर मेरी नजर में देखा जाये तो भारत में घूमने के लिहाज़ से सबसे खूबसूरत जगह उत्तर पूर्व भारत का राज्य मेघालय है। खूबसूरत पहाड़ों में घिरा हुआ मेघालय ज्यादातर लोगों द्वारा एक्सप्लोर ही नहीं किया गया है।
मेघालय में घूमने की सबसे बेहतरीन जगहें:
सबसे पहले जिस जगह को आपको मेघालय में घूमना चाहिए वो है श्नोंगपडेंग (Umngot River – Shnongpdeng) वेस्ट जैंतिया हिल्स। राजधानी शिलोंग से लगभग 74 किलोमीटर दूर ये जगह हर टूरिस्ट को बहुत पसंद आएगी। बांग्लादेश बॉर्डर पर श्नोंगपडेंग गांव में स्थित उमंगोट नदी का बेहद साफ़ पानी आपको बेहद शानदार अनुभव देगा। इस जगह पर आप स्कूबा डाइविंग, ज़िपलाइन, चट्टान से कूदना, ट्रैकिंग, चट्टान पर चढ़ना/रैपलिंग, नदी किनारे कैम्पिंग आदि जैसे शानदार अनुभव का आनंद ले सकते हैं।
2. मेघालय में दूसरी जो सबसे खूबसूरत जगह घूमने लायक है वो है क्रांग सूरी जलप्रपात (Karang shuri Falls). राजधानी शिलॉन्ग से केवल 91 किलोमीटर दूर इस वाटर फॉल को देखने पर आपको गजब के आनंद की अनुभूति होगी। दक्षिणी मेघालय के इन चट्टानों में एक साफ़ नदी का पानी जब पहाड़ों से गिरता है तो एक शानदार परदे की तरह बनता है जो दिखने में बेहद आकर्षक लगता है। क्रांग सूरी घूमने का सबसे अच्छा समय गर्मियों के आखिर में है, क्योंकि बारिश के मौसम में झरने तक का रास्ता बहुत फिसलन भरा और जोखिम भरा हो जाता है।
मणिपुर में घूमने की सबसे बेहतरीन जगह:
इसके बाद जो प्रदेश मेरी नजर में छुट्टियों में घूमने के लिहाज से बेहद आकर्षक है उसका नाम सुन कर अधिकतर को हैरानी होगी। मणिपुर भारत का वो राज्य है जो बेहद खूबसूरत है इसके बावजूद लोगों की नजरों से ओझल है।
मणिपुर के टूरिज़्म का सबसे बड़ा आकर्षण लोकतक झील (Loktak Lake) है जिसको तैरता हुआ आईलैंड भी कहा जाता है। इसी झील पर दुनिया का एकलौता तैरता हुआ पर किबुल लामिआयो नेशनल पार्क (Keibul Lamjao National Park) भी स्थित है जो यह पार्क 40 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला है। इस झील पर एक खास किस्म के भूखंड तैरते है जो मिल कर एक कठोर संरचना बनते है जिनको फुमड़ी कहा जाता है। इन्हीं फुमड़ीयों लोगों के घर भी हैं। यहाँ तक के बच्चों का स्कूल में इन फुमड़ी पर ही है। इनको देखना और इन जाना आजीवन न भूलने वाला अनुभव होता है।
लक्षदीप में घूमने की सबसे बेहतरीन जगह:
जिधर नजर दौड़ाओ वहाँ तक सिर्फ समुन्दर ही समंदर। छोटे छोटे 36 टापूओं को मिला कर बना भारत का एक छोटा सा और बेहद ही खुबसूरत राज्य लक्षदीप। नीला समुन्दर, मनमोहक आसमान और कुदरत की बेइन्तेहाँ सौगातों से मालामाल राज्य लक्षदीप (Lakshadweep) बहुत ही कम जमीनी एरिया तक़रीबन 33 sq km में फैला हुआ है।
लगभग 66 हजार लोगों का घर इस राज्य में 97 फीसद आबादी मुस्लिम समुदाय से संबंध रखती है। ज्यादातर लोग मलयाली भाषा बोलते हैं। लक्षदीप भारत का इकलौता ऐसा राज्य है जहाँ जाने के लिये भारतीय नागरिक को भी वहां के प्रशासन से परमीशन की जरूरत पड़ती है।
बेहद पढ़े लिखे लोगों का घर लक्षदीप अपने बेहद रोचक इतिहास के लिए भी मशहूर है कहा जाता है की इन टापुओं को केरल चेरामन पेरूमल ने बसाया था वो ही चेरामन जिसे भारत में पहली मस्जिद बनाने के लिए जाना जाता है। लक्षदीप का कारोबार पूरी तरह से मछली और टूरिज्म पर टिका हुआ है। यहाँ का कल्चर बहुत हद तक केरल से मिलता जुलता है।
लक्षदीप में घूमने का आपका अनुभव ऐसा होगा कि आप जिंदगी भर नहीं भूल पायेंगे। आपका दिल करेगा कि फिर इस नीले समुंदर के किनारे बसे भारत के मालदीव (Maldives) की यात्रा पर दुबारा कब चला जाये।