हरियाणा विधानसभा में इस बार 5 मुस्लिम विधायक दहाड़ेंगे!

हरियाणा चुनाव के नतीजे आ चुके है। एग्जिट पोल के इतर भाजपा (BJP) तीसरी बार राज्य में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है। अप्रत्याशित तौर पर इस बार पांच मुस्लिम उम्मदीवार चुनाव जीत कर हरियाणा विधानसभा में पहुंचे हैं।

नूंह विधानसभा (Nuh Assembly constituency) से कांग्रेस के प्रत्याशी चौधरी आफताब अहमद (Aftab Ahmed) धमाकेदार जीत दर्ज करते हुए तीसरी बार विधायक चुने गए हैं। वो अपने विधानसभा से 91,883 वोट हासिल करने के साथ 46963 वोटों के मार्जिन से चुनाव जीते हैं। वो इससे पहले 2009 और 2019 में भी इसी सीट से चुनाव जीत चुके हैं।

फिरोजपुर झिरका विधानसभा (Ferozepur Jhirka assembly constituency) से कांग्रेस के प्रत्याशी मामन खान (Mamman Khan) ने एक तरफ़ा तौर पर चुनावी जीत हासिल की है। वो इस सीट से 130497 वोट हासिल करने के साथ 98441 वोटों के बड़े मार्जिन के साथ दूसरी बार विधायक चुने गए हैं। ये सीट इस चुनाव में सबसे हॉट सीट में गिनी जा रही थी क्यूंकि कुछ अरसा पहले इसी विधानसभा के अंतर्गत सम्प्रदायक दंगे हुए थे जिसमें मामन खान की गिरफ़्तारी भी हुयी थी।

पुन्हाना विधानसभा (Punhana Assembly Constituency) से कांग्रेस के दिग्गज उम्मीदवार चौधरी मुहम्मद इलयास (Mohammad Ilyas) अच्छे मार्जिन के साथ चुनाव जीत तीसरी बार विधायक चुने गए हैं। उन्होंने इस सीट से 85,300 वोट हासिल करने के साथ 31,916 वोटों के मार्जिन से चुनाव जीता है। वो इस सीट पर पिछले चुनाव में केवल 816 के कम मार्जिन से चुनाव जीते थे। इससे पहले चौधरी इलयास 2009 और 2019 में भी इसी सीट से चुनाव जीत चुके हैं।

हथीन विधानसभा (Hathin Assembly Constituency) सीट पर कांग्रेस के मुहम्मद इसराइल (Mohammad Israel) ने जोरदार जीत हासिल की है। उन्होंने इस सीट से 79907 वोट हासिल करने के साथ 32396 वोटों के मार्जिन से चुनाव जीत विधानसभा का जीत सफर तय किया है। उनसे पहले इस सीट से जलेब खान और अज़मत खान भी विधायक चुने जा चुके हैं।

जगाधारी विधानसभा (Jagadhri Assembly Constituency) से प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री रह चुके और कांग्रेस के प्रत्याशी अकरम खान (Akram Khan) ने बड़ी चुनावी जीत हासिल की है। वो इस सीट से 67403 वोट प्राप्त करते हुए 6868 वोटों के मार्जिन से विधायक चुने गए हैं। अकरम खान इससे पहले भी 2009 में बसपा की तरफ से विधायक चुने जा चुके हैं। इस सीट पर अकरम खान के अलावा कोई भी मुस्लिम उम्मीदवार चुनाव नहीं जीता है।

Previous post महाराष्ट्र की राजनीति में एक नयी सुगबुगाहट, शिवसेना (उद्धव) और AIMIM के बीच चुनावी गठबंधन?
Next post कांग्रेस की मुहब्बत की दुकान की हकीकत सुनिए!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *